पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ नगर परिषद के कार्यशैली पर अब संदेह करने लगे हैं। बाढ़ के सलेमपुर की वार्ड संख्या 11 एवं 12 की सीमा पर स्थित अवैध निर्माण को रोकने के लिये स्थानीय लोगों ने नगर परिषद में आवेदन दिया था। आवेदन में छः लोगों के हस्ताक्षर थे। लोगों का आरोप है कि नगर परिषद से अवैध निर्माण को रोकने तथा अतिक्रमण मुक्त करने हेतु आवेदन दिया गया था लेकिन नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा शिकायतकर्ताओं के विरुद्ध ही नोटिस जारी कर दिया गया। इस नोटिस मे फरियादी व्यक्ति को ज़मीन का स्वामित्व दस्तावेज को लेकर हाजिर होने का फ़रमान जारी किया गया। जिससे स्थानीय लोगों के साथ साथ बाढ़ के लोगों में भी इस बात को लेकर हैरानी है। इस बाबत जब बाढ़ के नगर परिषद के अध्यक्ष संजय कुमार उर्फ गायमाता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि निर्माणकर्ता एवं शिकायतकर्ता दोनों से ही भूमि स्वामित्व के कागजात मांगे गए थे। अध्यक्ष का कहना है कि जब वे लोग नगर परिषद में शिकायत दर्ज कराई गई तब दूसरे पक्ष के लोग भी शिकायतकर्ताओं को गलत बताते हुए नगर परिषद में आवेदन दिया। दोनों पक्षों के आवेदन को देखते हुए दोनों पक्षों से ही भूमि स्वामित्व के कागजात मांगा गया है। जहां तक गली में अतिक्रमण करने या सीढ़ी इत्यादि दे देने की बात है तो जो भी गली के क्षेत्र में आएगा उसे तोड़कर हटा दिया जायेगा। अब संशय की स्थिति यह है कि कौन सही है और कौन गलत इसका निर्णय जांच के उपरांत तय करना नगर परिषद एवं अंचलाधिकारी ही कर सकते हैं।