बाढ़। अथमलगोला प्रखंड के करजान पंचायत में एक तरफ विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के कर कमलों द्वारा अस्पताल और सामुदायिक भवन के नए भवन का शिलान्यास किया जा रहा था। वहीं अथमलगोला प्रखंड के ही लोग बाजार में NH-31 को जाम कर इस शिलान्यास कार्यक्रम का विरोध प्रदर्शन करते नजर आए।

ग्रामीणों का ये है कहना

ग्रामीणों का कहना था कि करीब तीन दशक से बाजार इलाके में प्रखंड और अंचल कार्यालय के साथ थाना परिसर संचालित हो रहा था, जिसे साजिश के तहत यहां से हटाकर सुदूर टाल क्षेत्र के करजान पंचायत में ले जाया जा रहा है, जिससे बाजार इलाके सहित कई पंचायत के लोगों को प्रखंड कार्यालय जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। साथ ही यदि इलाके में सरकारी जमीन उपलब्ध नहीं है, तो नए भवन के निर्माण के लिए सरकार को जमीन खरीद कर उस पर निर्माण कराया जाना चाहिए।

नए भवन का निर्माण वैसे जगह पर किया जा रहा है जहां पर आबादी नहीं है और इलाके के कई पंचायतों के लोगों को उल्टा रास्ता होकर जाना पड़ेगा । वहीं दूसरी तरफ विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू के कार्यक्रम में पंचायत के महिला मुखिया आरती देवी को सम्मान नहीं दिए जाने साथ ही मंच पर जगह नहीं मिलने को लेकर लोगों में खासा नाराजगी देखने को मिला हालांकि पुलिस ने विधायक के काफिला को किसी तरह निकालकर गंतव्य स्थान तक पहुंचाने का काम तो किया। लेकिन लोगों का यह आक्रोश आगे विकास कार्य में राह का रोड़ा साबित हो सकता है। इलाके के लोग एक तरफ खुशी मना रहे हैं तो दूसरी तरफ नए निर्माण कार्य का विरोध भी कर रहे हैं।

वहीं दूसरी तरफ विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने स्पष्ट तौर पर कहा कि अथमलगोला प्रखंड के कोई पंचायत में खाली सरकारी जमीन नहीं मिला। जिसके चलते कर जान पंचायत को चुना गया यहां पर करीब 80 एकड़ से भी ज्यादा सरकारी जमीन खाली पड़े हुए हैं। इससे सरकार को नए जमीन खरीदने से बेहतर है कि सरकारी जमीन पर ही सरकारी भवन बनाया जाए। विधायक के इस तरह के स्टेटमेंट का भी इलाके में विरोध होने की चर्चा है ।

By LNB-9

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