मुंगेर के बरियारपुर के घोरघट स्थित स्कूल में अल्बेंडाजोल दवा लेने पर बिगड़ी तबीयत

पटना (ब्यूरो)। मुंगेर के बरियारपुर प्रखंड के घोरघट स्थित शाह जुबैर मिडिल स्कूल में बुधवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई कृमि नाशक (अल्बेंडाजोल) दवा की खुराक खाने से एक साथ 60 बच्चे बीमार हो गए। दवा खाने के बाद बच्चे के सिर और पेट में दर्द होने लगे व कई को उल्टियां हुईं। दो दर्जन से ज्यादा बच्चे स्कूल में ही बेहोश हो गए। पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही कुछ बच्चों के पेरेंट वहां पहुंच गए। उन्होंने बच्चों की ऐसी हालत देखकर स्कूल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश जताया। स्वजन अपने-अपने बच्चों को कंधे पर लादकर इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। अस्पातल में एकाएक भीड़ बढऩे के कारण बच्चों को जमीन पर लिटाकर इलाज किया गया।

अलग-अलग जांच शुरू
घटना की सूचना पर सदर एसडीओ, खुशबू गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ। आनंद शंकर और जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार चौधरी अस्पताल पहुंचे और घटना की जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि चतुर्थ से 8वीं क्लास तक के 56 बच्चों की तबीयत खराब हुई है। सिविल सर्जन ने बताया कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं व कई बच्चे स्वस्थ्य होकर घर भी चले गए। मामले की जांच करने का आदेश दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग इस मामले की अलग-अलग जांच कर रही है।

भोजन के बाद देनी थी दवा
कृमि की दवा बच्चों को मध्याह्न भोजन के बाद दी जानी थी। पर ऐसा नहीं हुआ। शिक्षकों ने बच्चों की दवा खाली पेट ही दे दिया। मार्निंग स्कूल होने के कारण लगभग सभी बच्चे बिना भोजन किए ही स्कूल जाते हैं। नौ बजे के बाद स्कूल में मध्याह्न भोजन बच्चों को दिया जाता है। लेकिन दवा देने वाले शिक्षकों ने बिना पूछे ही बच्चों को दवा दे दी। दवा लेने के कुछ देर बाद ही देखते ही देखते एक-एक कर बच्चे बीमार पडऩे लगे, कई बेहोश हो गए।

शिक्षकों को ही देनी है दवा
प्रधानाध्यापक सुधीर कुमार ने बताया कि दवाएं स्वास्थ्य विभाग की ओर से भेजी गई थीं। शिक्षकों को ही बच्चों को दवा देनी थी। सिविल सर्जन ने बताया कि चार से 12 वर्ष तक के बच्चों को एक और चार बर्ष के उम्र वाले बच्चों को आधा टबलेट देनी थी। शिक्षकों ने स्वास्थ्य विभाग की गाइड लाइन के अनुसार ही दवाएं दीं। पर खाली पेट दवा देने से बच्चों की स्थिति बिगड़ गई। इस संबंध में मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ.आनंद शंकर ने बताया कि जिस स्तर से लापरवाही बरती गई है, उसकी पूरी जांच कराई जाएगी। किसी भी सूरत में दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा। जांच का आदेश दिया गया है। इसके लिए टीम बनाई गई है। वहीं इस संबंध में मुंगेर के डीईओ दिनेश कुमार चौधरी ने बताया कि प्रधानाध्यापक स्तर से लापरवाही बरतने की बात आ रही है। कुल 56 बच्चों की तबीयत बिगड़ी है। सभी को मध्याह्न भोजन के बाद दवा देनी थी, पर ऐसा नहीं हुआ। जांच चल रही है। दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई होगी। इस घटना के संबंध में सदर के एसडीओ खुशबू गुप्ता ने बताया कि बच्चे बीमार हुए हैं। सभी का इलाज चल रहा है। किस स्तर से चूक हुई है, इस बारे में जांच की जा रही है। सभी स्कूल के प्रधानाध्यापकों को भी मध्याह्न भोजन के बाद दवा देने के लिए निर्देशित किया गया है।

सिवान में दवा खाकर 7 बच्चे बेहोश
इधर सिवान के सिसवन प्रखंड के पडऱी स्थित मिडिल स्कूल पडऱी में कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गई। दवा खाने के बाद अचानक सात बच्चों की तबीयत खराब हो गई। विद्यालय में अफरातफरी मच गई। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना मिली तो चिकित्सक द्वारा बच्चों का उपचार किया गया।

By LNB-9

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