पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ के प्रसिद्ध उमानाथ मंदिर के उत्तरी छोर पर यात्रियों एवं श्रद्धालु भक्तों की सुविधा के लिए सीढ़ी और चबूतरे का निर्माण कराया गया है, लेकिन अब सीढ़ी के ऊपर बने चबूतरे पर स्थानीय लोगों का अतिक्रमण हो चुका है। चबूतरे पर चारों तरफ चौकी बिछा दी गई है और चौकी के हिसाब से सभी ने स्थान पर कब्जा कर लिया है। इससे दूर दराज से बाबा उमानाथ के दर्शन एवं पूजा-अर्चना करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। स्नान करने वाले लोगों के लिए थोड़ी भी जगह नहीं बची है।
विदित हो कि उत्तरवाहिनी गंगा प्रवाहित होने के कारण बाढ़ के उमानाथ मंदिर में कई जिलों एवं गांव से लोग प्रतिदिन आते हैं, परंतु दुःखद बात यह है कि वे स्थानीय लोगों से कुछ बोल नहीं सकते, क्योंकि बोलने पर झगड़ा-तकरार होने की संभावना बढ़ जाती है। जब तक प्रशासन के द्वारा अतिक्रमणकारियों को वहां से हटाया नही जाएगा, तब तक यहां गंगा स्नान करने के लिए आने वाले लोगों को फजीहत का सामना करते रहना होगा। सीढ़ी के चबूतरे को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए प्रशासन की ओर से अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया है।