बाढ़। कृषि विज्ञान केन्द्र, बाढ़ के प्रांगण में करीब 2 बजे नारी योजना अंतर्गत पोषण वाटिका विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ जिला कार्यक्रम पदाधिकारी पटना सरस्वती कुमारी, वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉक्टर रीता सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अमित कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
केन्द्र की प्रधान डॉक्टर रीता सिंह ने अपने संबोधन में पोषण गृह वाटिका की स्थापना, अपनी क्यारी अपनी थाली, बच्चों के आहार में पोषण का महत्व, भोजन में पोषण संवर्धन तकनीक, पौष्टिकता से भरपूर साग-सब्जियों, बच्चों में आहार एवं पोषण, कुपोषण के कारण, निवारण एवं रोकथाम में कृषि पोषण की भूमिका आदि विषयों पर विस्तृत परिचर्चा की। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सरस्वती कुमारी ने चयनित विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को पोषण वाटिका स्थापित करने का निर्देश दिया। विषय वस्तु विषेशज्ञ (उद्यान) डाo पुष्पम पटेल ने अपने संबोधन में पोषण वाटिका में लगाये जाने वाले फल-सब्जियों की वैज्ञानिक तरीके से खेती से सस्य क्रियाएँ, कीट एवं रोग नियंत्रण की जैविक विधि एवं जैविक खादों के उपयोग के बारे में बताया। डॉक्टर मृणाल वर्मा वैज्ञानिक, कृषि अभियंत्रण ने पोषण वाटिका में उपयोग होने वाले हस्तचलित यंत्रों के बारे में बतलाया। इस अवसर पर बाढ, अथमलगोला, बख्तियारपुर, पंडारक के विभिन्न स्कूल के प्रधानाध्यापकों ने भाग लिया।