बाढ़। बाढ़ के निवासी कड़ाके की सर्दी झेल रहे हैं लेकिन बाढ़ प्रशासन के द्वारा अभी तक समुचित अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। बताते चलें कि पिछले दो-तीन दिनों से बाढ़ में ठंढ का प्रकोप तेजी से बढ़ा है । बाढ़ में ठंढ ज्यादा रहने का एक कारण इसका गंगा के किनारे बसा होना भी है। विरल जनसंख्या वाले इस अनुमंडल में जाड़े के दिनों में ठंढ काफी बढ़ जाती है।
हाँलाकि कुछ जगहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है लेकिन इसे प्रयाप्त नहीं कहा जा सकता। हर चौक चौराहों एवं धार्मिक स्थलों के आसपास प्रशासन के द्वारा अलाव की समुचित व्यवस्था की जानी चाहिए थी लेकिन ऐसा करने में देरी होने से लोग अपने अपने घरों में दुबके पड़े हैं जिसके कारण लोगों के द्वारा आवश्यक कार्य को निपटाने में भी बाधा उत्पन्न हो रही है। देखनेवाली बात यह होगी कि कब तक बाढ़ प्रशासन कड़ाके की ठंढ के मद्देनजर अलाव की व्यवस्था कर पाती है।