पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ के व्यवहार न्यायालय में एनटीपीसी में काम करने वाले मजदूरों ने अवैध वसूली के आरोपियों को मिलने वाले जमानत के खिलाफ आवाज उठाई है। मजदूरों ने एक आवेदन लिखकर अवैध वसूली के आरोपियों को बेल नही देने की मांग की है। एनटीपीसी में काम करने वाले मजदूर आशीष कुमार ने आरोप लगाया है कि पिछले 5-7 वर्षों से एनटीपीसी के ठेकेदारों एवं अधिकारियों की मिलीभगत से मजदूरों से अवैध वसूली की जा रही है। अवैध वसूली का पैसा नही दिए जाने पर कुछ मजदूरों को काम से हटा दिया गया है तथा गेट पास रख लिया गया है। इसके खिलाफ एनटीपीसी थाने में अवैध वसूली करने वाले 8 लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपियों को बेल न मिले, इसके लिए 55 की संख्या में मजदूरों ने बाढ़ व्यवहार न्यायालय पहुंचकर आरोपियों के बेल के खिलाफ आवेदन दिया है। उन्होंने आगे बताया कि इस मामले में एएसपी साहब को भी सूचना दी गई है और एनटीपीसी थाना में केस भी दर्ज कराया गया है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही की गई है। वहीं एक अन्य मजदूर मोहन कुमार ने बताया कि एनटीपीसी में 778 रुपए मजदूरी मिलता है, लेकिन ठेकेदार के द्वारा 550 रुपए ही दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि ड्यूटी 26 दिन के होती है, लेकिन महीने के 18 दिन ही ड्यूटी दी जाती है। इस शोषण के खिलाफ आवाज इसलिए उठाया गया, ताकि हमारे बच्चों को शिक्षा एवं पोषण मिल सके। मौके पर आशीष कुमार, सन्नी कुमार, अजीत कुमार, पवन कुमार, मनीष कुमार, अंजनी कुमार, रंजन कुमार सहित 55 मजदूरों ने बाढ़ कोर्ट पहुंचकर बेल के खिलाफ प्रोटेस्ट करते हुए आवेदन दिया है।