पटना जिला ब्यूरो, LNB-9। बाढ़ के उमानाथ घाट पर अभी से एनडीआरएफ की टीम की मांग होने लगी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शादी विवाह के लगन के साथ साथ 22 तारीख से श्रावणी मेला की शुरुआत होने वाली है, जिसमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग उमानाथ आते हैं। जिस तरह से गंगा के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हुई है, लोगों के लिए खतरा बढ़ गया है। अगर एनडीआरएफ की टीम यहां पर दिए जाते हैं तो डूबते हुए लोगों को बचाया जा सकता है और खतरा टल सकता है। बता दें कि उमानाथ घाट पर गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा है तथा वह मंदिर के दीवार से स्पर्श हो गया है। पहले भी सुरक्षा व्यवस्था एवं प्रशासन के अभाव में गंगा नदी में डूबने से कई लोगों की जाने जा चुकी है। हालांकि सूत्रों के हवाले से खबर यह भी मिल रही है कि अनुमंडल पदाधिकारी बाढ़ के द्वारा एनडीआरएफ की तैनाती के लिए अपने वरीय पदाधिकारी तक अनुशंसा भेज दी गई है।