बाढ़। ‘गंगा परिक्रमा” के दौरान सेना के पूर्व अधिकारियों द्वारा की जा रही 5000 किलोमीटर की साइकिल यात्रा सोमवार को बाढ़ पहुंची, जहां उनका शिक्षाविदों, साहित्यकारों, समाजसेवियों, छात्रनेताओं के द्वारा ‘हर-हर गंगे’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच माल्यार्पण कर भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर सेना के रिटायर्ड अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल आलोक कुमार, कर्नल प्रसुन्न मेहता, माइकेश्वर, लेफ्टिनेंट कर्नल हेम लोहिनी,भार्गव मेहता, कर्नल विनोद मैथ्यूज, अवधेश त्यागी, गोपाल शर्मा, तथा कलेश्वर ने कॉलेज के प्रेक्षा गृह में उपस्थित अतिथियों को संबोधित किया तथा गंगा नदी के महत्व के बारे में विस्तार से बतलाया।
रिटायर्ड सेना के पूर्व अधिकारी गोपाल शर्मा ने उपस्थित युवाओं एनसीसी कैडेट कोर के जवानों तथा बुद्धिजीवियों को बताया कि पूरे विश्व में एकमात्र गंगा ही ऐसी नदी है, जो पूजनीय है; इसका कारण है कि गंगा के पानी में कभी खतरनाक जीवाणु नहीं पनपते और काफी दिनों तक गंगा का पानी को घर में रखा जा सकता है, जो कभी खराब नही होता। उन्होंने कहा कि गंगा में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है, जिसे रोकना हम सबका कर्तव्य बनता है। हम केवल 5-6 लोग मिलकर गंगा को साफ नहीं कर सकते बल्कि इसके लिए हर व्यक्ति को गंगा की सफाई पर ध्यान देने की जरूरत है।
हमारी साइकल यात्रा का उद्देश्य भी यही है कि सभी लोग गंगा के महत्व को समझें और उसे प्रदूषण मुक्त बनाने में पूरा-पूरा सहयोग करें। गंगा केवल एक नदी नहीं बल्कि हमारे देश की संस्कृति की पहचान है। उन्होंने उपस्थित सभी युवाओं को प्लास्टिक जैसे खतरनाक चीजों का इस्तेमाल ना करने की सलाह दी। अभी और हमारी यात्रा जारी रहेगी और गंगासागर में यात्रा संपन्न की जाएगी। लेफ्टिनेंट जनरल गोपाल ने आगे कहा कि वास्तविक गंगा कानपुर तक ही सीमित हो चुकी है। वहां से गंगा नदी की धारा के साथ-साथ अन्य कई नदियों का जल मिलकर ही ईधर आ रहा है, इसलिए गंगा को बचाने की सख्त जरूरत है। गंगा को बचाना हमारे लिए निहायत जरूरी है।
बताते चले कि “अतुल्य गंगा मिशन में’ तहत उपरोक्त सेना के अधिकारियों के द्वारा गंगा परिक्रमा के अनुसार 27 फरबरी 2022 को देहरादून से शुरू की गई है, जो 5000 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए गंगासागर में संपन्न हो जाएगी। इस अवसर पर कॉलेज के प्रेक्षा गृह में मंच संचालन संझाबाती पत्रिका के संपादक व साहित्यकार हेमंत कुमार, स्वागतकर्ताओं में पूर्व प्रधानाध्यापक सत्येंद्र प्रसाद सिंह, कवि तथा साहित्यकार जितेंद्र चैतन्य, समाजसेवी राणा सिंह चौहान, विवेक कुमार, छात्रनेता केशव कुमार, दीपक कुमार सहित सैंकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।