बाढ़ रेलवे स्टेशन परिसर इन दिनों गंदगी के अंबार से पटा हुआ है। हालात यह है कि दैनिक यात्रियों को गंदगी के आलम में ही आना जाना पड़ रहा है। रेल प्रबंधन के द्वारा सफाई व्यवस्था को प्राइवेटीकरण किए जाने के बाद हर साल टेंडर निकाला जाता है, लेकिन टेंडर की अवधि समाप्त हो जाने के बावजूद भी नए टेंडर नहीं होने के चलते वैकल्पिक व्यवस्था के तहत सफाई कार्यक्रम स्टेशन परिसर में चलाया जा रहा है। लिहाजा मजदूरों को समय पर पैसा नहीं दिए जाने के चलते अब सफाई व्यवस्था 1 सप्ताह से ठप है। चीफ हेल्थ इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार ने बताया कि टेंडर की व्यवस्था हो रही है तब जाकर सफाई की व्यवस्था सुचारू होगी।
इस बाबत दानापुर रेल मंडल के DRM को इसकी सूचना दिए जाने के बाद उन्होंने संज्ञान लेने की बात कहते हुए यथाशीघ्र समस्या से निजात दिलाए जाने की बात कही है।