पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। श्रावण मास के पहले दिन सोमवार को बाढ़ के उत्तरवाहिनी गंगा तट पर स्थित बाबा उमानाथ के मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हिंदू धर्म में यह आस्था है कि सावन का महीना भगवान शिव जी के लिए खास होता है इसलिए अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के द्वारा गंगा स्नान कर शिवजी पर जलाभिषेक करने मात्र से उनका कल्याण हो जाता है। चूकि उमानाथ उत्तरवाहिनी गंगा तट पर स्थित है, इसलिए यहां शिवजी पर जल अर्पित करने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। शास्त्रों के अनुसार चतुर्मास सावन के महीने में ही समुद्र का मंथन हुआ था, जिसमें से जो विष का घड़ा निकला था और उसे भगवान शिव ने पी लिया था। इसलिए सावन के महीने का भगवान शिव के साथ खास महत्व है। अन्य मान्यता है कि शिवजी के कंठ के विषाग्नि को शांत करने के लिए सावन के महीने में जल अर्पित किया जाता है। सावन की पहली सोमवारी भी आज है, इसको लेकर प्रशासन की ओर से यात्रियों की सुरक्षा हेतु पुलिस फोर्स की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। मंदिर में जाने के लिए लोग कतारबद्ध खड़े दिखाई दिए। पुलिस प्रशासन के रहने से आज उमानाथ में जाम तथा धक्का मुक्की की स्थिति देखने को नहीं मिली और शांतिपूर्ण तरीके से लोगों ने कतार में खड़े होकर मंदिर में प्रवेश किया और शिवजी पर जल अर्पित किया।