बाढ़। अथमलगोला प्रखंड के घांघ डीह गांव में म्हाने नदी में पहली अर्घ्य के दिन संध्याकाल में दो बच्चे डूब गए, जिसे आज सुबह से ही प्रशासन के द्वारा एसडीआरएफ की टीम को भेजकर ढूंढने की कोशिश की जा रही थी। हालांकि काफी प्रयास के बाद भी 22 घंटे तक डूबे हुए बच्चों की बॉडी का कहीं पता नहीं चला। स्थानीय लोग गोताखोर बुलाने की मांग कर रहे थे। हालांकि स्थानीय प्रतिनिधि के द्वारा गोताखोर को दोपहर बाद बुलाया गया। फिलहाल गोताखोरों ने नदी से दोनो बच्चों के मृत शरीर को खोज निकाला। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बाढ़ के अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया है। बताया जाता है कि युगल चौधरी का 13 वर्षीय पुत्र नीरज कुमार तथा गुहन साव का पुत्र 12 वर्षीय सूरज कुमार छठ पूजा के पहली अर्घ्य के दिन परिजनों के साथ छठ घाट पर गए थे। दोनों पानी मे नहा रहे थे। दोनों में से किसी को तैरना नही आता था और नहाते नहाते गहरे पानी मे चला गया। गहरे पानी में जाने वाले दो और बच्चे थे लेकिन उन्हें स्थानीय लोगों के द्वारा किसी तरह बचा लिया गया। परंतु तब तक ये दोनों बच्चे नदी में डूब गए। नीरज कुमाए नालंदा जिला के युगल चौधरी का पुत्र है जो छठ पर्व के अवसर पर अपने नानी के यहां त्योहार मनाने आया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना की सूचना प्रशासन को दी गयी, लेकिन 22 घंटे तक प्रशासन की टीम सिर्फ देखती रही। परंतु न तो प्रशासन के द्वारा गोताखोर मंगाने की जरूरत समझी गई, न ही परिजनों के दुख-दर्द का एहसास हुआ। स्थानीय प्रतिनिधि ने जब गोताखोर मंगाने की कवायद की तब जाकर कहीं दोनो बच्चों के शव को नदी से निकाला गया।

By LNB-9

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