पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ के शिक्षा पदाधिकारी अरविंद कुमार शनिवार के दिन नवादा के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की जांच करने पहुंचे। इस दौरान पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के बच्चों की छुट्टी हो चुकी थी। इस दौरान मीडिया ने जब प्रधानाध्यापक अरुण कुमार से स्टोर रूम में रखे चावल के पैकेट और खाली बोरा के हाल के बारे में जानकारी देने की बात कही, तो उन्होंने साफ तौर पर इंकार कर दिया। उन्होंने पदाधिकारी के सामने स्पष्ट तौर पर कहा कि हम लोग बोरा की चिंता कभी नहीं करते हैं। सरकार को पैसे से मतलब है और हम लोग पैसे विभाग को भेज देते हैं। बोरा अभी भी बड़ी संख्या में तहस-नहस व्यवस्था में हमारे पास है क्योंकि चावल के पैकेट को चूहा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर देता है।
विदित हो कि इस विद्यालय में एक से आठवीं तक के कक्षाओं में करीब 850 छात्र-छात्राएं नामांकित हैं। वही टेन प्लस टू तक के बच्चों की संख्या मिला दी जाए तो करीब ग्यारह सौ के आसपास पहुंच जाती है, लेकिन उपस्थिति उस कदर नहीं देखी जाती है। प्रधानाध्यापक अरुण कुमार स्थानीय ग्रामीण होने के चलते वे अपने मन मुताबिक तरीके से विद्यालय का संचालन करते हैं। विद्यालय में कुल 15 शिक्षक हैं जिसमें एक कंप्यूटर ऑपरेटर और दूसरा पीटी खेलकूद के। ग्रामीणों की माने तो शिक्षा के स्तर में लगातार गिरावट आ रही है। मामले पर जब प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से पूछताछ की गई, तो उन्होंने निरीक्षण करने की बात कही तो जरूर लेकिन कोई विशेष खामियां नहीं बताई।