पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। नहाय खाय के दिन उमानाथ के गंगा घाट पर दूर-दराज से सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु एवं छठव्रती गंगा स्नान करने को आते हैं। घाट पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण कुछ लोग गंगा के उस पार के घाट पर जाकर स्नान करने जाते हैं। इस परिस्थिति का नाजायज फायदा उठाते हुए प्रशासन के नियमों एवं दिशा-निर्देशों को ताख पर रखकर नाव पर क्षमता से अधिक लोगों को बैठा कर उस पार ले जाते हैं। जिससे हर समय नाव के हादसाग्रस्त होने की संभावना बनी रहती है। कई दफा अन्य जगहों पर नाव के पलटने तथा नाव के डूबने से दर्जनों लोगों की जानें गयी हैं। फिर भी वे सीख नहीं लेते हैं। बता दें कि नाव पर क्षमता से अधिक सवारी बैठाने को लेकर नाविकों को हिदायत प्रशासन के द्वारा दी जा चुकी है। लेकिन घाट पर पुलिस की व्यवस्था पर्याप्त नहीं होने के कारण इस तरह की हरकत करने से नाविक बाज़ नहीं आते। वहीं नाव पर सवार होने वाले भी लोग भी इस बात की अव्हेलना करते हुए नजर आते हैं। हालांकि जब नाव पलटती है या डूब जाती है और जब लोग हताहत होते हैं, चारों तरफ हायतौबा मच जाती है।