बाढ़। पश्चिम बंगाल में आए गुलाबो चक्रवात भले ही बंगाल और झारखंड में ज्यादा आयी हो लेकिन बिहार के बाढ़ अनुमंडल का बरुआने और बथोई गांव के लोग आज भी इसका दंश झेल रहे हैं। विदित हो कि पिछले दिनों गुलाबो चक्रवात के कारण भयानक वर्षा हुई थी, जिसके कारण बाढ़ अनुमंडल के कई प्रखंड एवं गांव नदियों में अचानक आई बाढ़ से प्रभावित हुए थे। कुछ गांव में तो पानी इतना अधिक आ गया कि लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया था। बरुआने गांव में यह मुश्किल आज भी कायम है। पानी से प्रभावित लोगों का दैनिक जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। लोगों का घर से बाहर निकलने का मतलब है कि पानी में घुसकर किसी काम के लिए बाहर जाना। गांव और घरों में पानी से लोगों का जीना दुश्वार तो हुआ ही, साथ ही हजारों एकड़ में लगी धान की पूरी फसल बर्बाद हो गई। गांव के किसान इस बात को लेकर चिंतित है कि अब उसकी छतिपूर्ति कैसे हो? क्योंकि सैकड़ों बीघा जमीन में लगी लहलहाते धान की फसल बाढ़ के पानी में डूबकर बर्बाद हो गया। हालांकि बाढ़ के प्रशासनिक पदाधिकारी एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी गांव का दौरा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का मुआयना किया है। गांव के स्थानीय लोगों के द्वारा मुआवजे की भी मांग की जा रही है। इस बाबत संबंधित अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वे कराकर किसानों को उचित मुआवजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।

By LNB-9

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