बाढ़ की राजनीति में दही चुरा के भोज के आयोजन के साथ ही भाजपा के युवा नेता रवि रंजन ने अपनी धमक दिखाई है दरअसल बाढ़ के डाक बंगला में टीम रवि रंजन के द्वारा दही चुरा के भोज का आयोजन किया गया था इस भोज में जदयू भाजपा के सहित कई कार्यकर्ताओं को शामिल होते देखा गया बड़ी-बड़ी गाड़ियों से लोगों को टीम रवि रंजन के इस दही चुरा के भोज में शिरकत करते देखा गया बता दे की पिछले 4 वर्षों से रवि रंजन के द्वारा बाढ़ की राजनीति में अपना मुकाम बनाने की जुगाड़ में जुटे हैं उन्होंने बताया कि वह भाजपा के सक्रिय सदस्य हैं और वह चाहते हैं कि भविष्य में राजनीति में आए और इसीलिए वह पिछले 4 वर्षों से मेहनत कर रहे हैं बता दें कि बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू सिटिंग विधायक हैं और उनका विधानसभा क्षेत्र में अच्छी पकड़ है। अब ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेता ही तय कर पाएंगे कि बाढ़ विधानसभा क्षेत्र से एनडीए किसे अपना उम्मीदवार बनाती है। रवि रंजन दही चूड़ा भोज को एक मिलन समारोह कहा उन्होंने कहा कि यहां का उद्देश्य राजनीति से हटकर है। हालांकि वे लगातार राजनीतिक मुद्दों पर ही बात करते नजर आए। जब उनसे पूछा गया कि आगे आपका इरादा क्या है तो उन्होंने कहा कि भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ना चाहते है। उन्होंने यह भी कहा कि जात पात से ऊपर उठकर उन्हें राजनीति करनी है। उनके टीम को सभी जात के लोगों का समर्थन है। वहीं बाढ़ के वर्तमान भाजपा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वे चार बार से विधायक हैं बाढ़ के उन्होंने बहुत काम किया है अब उन्हें युवाओं को मौका देना चाहिए। वे दही चूड़ा भोज में आए भीड़ को देखकर काफी उत्साहित दिखे।
बता दें रवि रंजन पटना के खुशरुपुर के रुकनपुरा के रहने वाले हैं जो बाढ़ अनुमंडल में पड़ता है। साथ ही वे वर्तमान भाजपा नेता अवधेश नारायण सिंह जो बिहार विधान परिषद के सभापति हैं, के दामाद है। पिछले चार वर्षों से वे बाढ़ विधानसभा में अपनी राजनीतिक अवसर की तलाश कर रहे हैं।