बाढ़। कोविड-19 के तीसरे चरण के दौरान सरकार के द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए तो गए हैं, लेकिन इसका सीधा-सीधी अनुपालन नहीं हो पा रहा है। इसके चलते बाढ़ अनुमंडल के सुप्रसिद्ध उमानाथ गंगा घाट से सटे सती स्थान मोक्ष धाम पर हर दिन बड़ी संख्या में लोग शवदाह करने पहुंच रहे हैं। सरकार के द्वारा एक लाश के साथ महज 20 आदमी की स्वीकृति दाह संस्कार के लिए दी गई है, लेकिन यहां तो वाहन से लोग भेड़-बकरी की तरह पूरी तरह से भरकर 50 से भी ऊपर संख्या में पहुंच रहे हैं, जिसके चलते श्मशान घाट पर संक्रमण का खतरा ज्यादा ही बढ़ गया है और इसका सीधा असर गंगा स्नान के दौरान उमानाथ गंगा घाट पर देखने को मिलता है जिसको लेकर यहां के पुजारी भी डरे सहमे हुए हैं।
पुजारी का साफ तौर पर कहना है कि जब पुलिस प्रशासन इलाके का जायजा लेने पहुंचती है तो स्थानीय लोगों को पुलिस का कोप भाजन भरना पड़ता है। जबकि भीड़ भाड़ बाहरी लोग लगाते हैं नालंदा शेखपूरा नवादा जिला के अधिकांश लोग बड़े वाहन में सवार होकर आते हैं और भारी भीड़ लगाते हैं। साथ ही यह लोग होटल में भोजन की भी व्यवस्था करते हैं जहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जाता है। स्थानीय प्रशासन से उमानाथ कमेटी के लोग इस पर नियंत्रण करने की बात कह रहे हैं।