पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ में इन दिनों कई ऐसे नकली ब्रांड की कंपनियां धड़ल्ले से मसाले का कारोबार कर रही है, जिसकी कोई प्रमाणिकता नहीं है। इलाके के लोग मिलावटी और नकली मसाला खाकर लगातार बीमार पड़ रहे हैं। इसके रोकथाम के लिए अभी तक कोई कारगर कदम नहीं उठाया गया है। बाढ़ स्टेशन रोड के बाजार में धड़ल्ले से कई प्रकार के रंग-बिरंगे आकर्षक पैकेट बंद मसाला के साथ-साथ खुले में मसाला बेचा जा रहा है, जिसके कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। ग्राहकों ने फूड लाइसेंस जांच करने वाले ऐप के माध्यम से कई मसाले के बारे में जब जांच-पड़ताल शुरू की, तो नवदुर्गा नाम की कंपनी के मसाले का फूड लाइसेंस वर्ष 2019 से एक्टिव नहीं बता रहा है, जिसको लेकर जब इलाके के फूड इंस्पेक्टर अजय कुमार से बात की गई, तो उन्होंने लेबोरेटरी अभी बंद होने की बात कही।
लेकिन मामले पर फूड इंस्पेक्टर ने गंभीरता से बात करते हुए बताया कि विभाग में कर्मचारी की कमी है। मुझे अकेले दो जिला को देखना पड़ता है, जिसके चलते क्षेत्र भ्रमण करने में थोड़ा वक्त लग जाता है। लेकिन जब शिकायतें आ रही है तो यथाशीघ्र इन मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की छानबीन की जाएगी। वहीं इलाके के बुद्धिजीवी एवं पैक्स अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह उर्फ जेपी सिंह ने बताया कि स्टेशन बाजार में चावल का चूर्ण और धान की भूसी, लकड़ी का डस्ट मिलाकर मसाला बेचा जा रहा है, जो शरीर के लिए जानलेवा है। वहीं मामले पर जब दुर्गा मसाला के प्रोपराइटर संजय कुमार से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि दुर्गा मसाला लंबे समय से सारे नियम-कानून का पालन करते हुए मार्केट में बेचा जा रहा है, लेकिन हमारे कंपनी का कुछ लोग नकल करते हुए सस्ते दामों में खतरनाक मसाला बेचने का काम कर रहे हैं। जांच होने पर दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।