बाढ़ के उमानाथ मंदिर में शुक्रवार के दिन भारी संख्या में लोग मुंडन समारोह कराने पहुंचे। इस दौरान लोगों की संख्या इस कदर बढ़ गई कि पूरा उमानाथ धाम का परिसर मेले में तब्दील हो गया। वहीं सैर-सपाटा और गंगा स्नान करने वाले लोगों ने गंगा के बीचो-बीच दियारा इलाके में जाकर मौज मस्ती और गंगा स्नान किया। इस दौरान सबसे ज्यादा फायदा नौका चालक को हुआ। पैसा कमाने के लिए नौका चालक ओवरलोड यात्री को बैठाकर बिना सुरक्षा इंतजाम के ही गंगा नदी पार कराने का काम करते नजर आए। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि नौका चालक की लापरवाही के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता था। और तो और, अनुमंडल प्रशासन भी इस गंभीर समस्या के प्रति संवेदनशील नजर नहीं आई, लेकिन इतना तो तय है कि इस तरह की अनदेखी भविष्य में प्रशासन को महंगी पड़ सकती है।