बाढ़। बाढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत जलगोविंद के निकट पछियारी मलाही दियारा इलाके में पुलिस ने छापेमारी कर करीब 600 लीटर अवैध शराब बरामद किया तथा इससे संबन्धित 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि पुलिस ने ड्रोन कैमरा की मदद से लोकेशन का जायजा लिया था, जिसके आधार पर अवैध शराब के ठिकानों पर छापेमारी की गयी, जिसमें कई शराब-भट्ठियों को ध्वस्त किया गया और 600 लीटर शराब जब्त की गयी। इसके साथ ही शराब बनाने के कई उपकरण भी नष्ट कर दिये गए। पुलिस को देख सफेदपोश शराब तस्कर नाव के सहारे भाग गए तथा कुछ गंगा नदी में कूदकर भागने में सफल हुए, लेकिन दो तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जबकि ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस को शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी। ग्रामीणों ने पुलिस पर उनकी 12 नावों को गंगा में डूबा देने का आरोप लगाया है। इस कार्रवाई के विरोध में पछियारी मलाही के साथ सलेमपुर गाँव के लोगों ने नेशनल हाइवे को जाम कर दिया तथा सड़क पर टायर जलाकर पुलिस की इस कार्रवाई का विरोध किया। जाम होने से एनएच के दोनों तरफ सैंकड़ों वाहनों की कतारें लग गयी, जिससे लोग परेशान दिखे। हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना है कि दियारा इलाके में शराब का कारोबार फल-फूल रहा है। इसको रोकने के लिए कार्रवाई की गयी है। शराब भट्ठियों को ध्वस्त होता देख सफेदपोश शराब माफिया और उनके समर्थक एनएच पर जाम लगा दिया और नाव डुबाने का पुलिस पर आरोप मढ़ रहें हैं। पुलिस के द्वारा नाव को नहीं डुबोया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि गाँव के लोग नाव से दियारा में खेती करने के लिए जाते हैं। कभी कभार जानवरों को भी नाव से ले जाया जाता है, लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई के बाद दियारा पर जाकर काम-काज करना मुश्किल हो रहा है।
जबकि पुलिस का कहना है कि लंबे समय से कई बार छापेमारी करने के बाद भी इस इलाके में शराब का अवैध कारोबार चलता ही जा रहा है, जिसको रोकने के लिए कार्रवाई की गयी है और कई संदिग्ध लोगों को पकड़ा गया है। इस बाबत जब थानाध्यक्ष राजनंदन से बात की गयी तो उन्होने पुलिस पर लगे आरोप को निराधार बताते हुए ग्रामीणों के ऊपर शराब माफियाओं को समर्थन दिये जाने की बात कही। उन्होने कहा कि लाख छापेमारी के बावजूद इनके व्यवहार में कोई अंतर नहीं आ रहा है, जिसके चलते नशामुक्ति अभियान को धक्का पहुँच रहा है। वहीं दूसरी तरफ ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा गया। कई थानों की पुलिस जाम के समय सूचना देकर ग्रामीणों को समझाते-बुझाते नज़र आई। खबर लिखे जाने तक एनएच पर जाम की स्थिति बनी हुई थी।