एएनएस कॉलेज बाढ़ के ‘विह्वल सभागार’ में एएनएस कॉलेज बाढ़ के संस्थापक एवं पूर्व प्राचार्य तथा स्वतंत्रता सेनानी पूण्यश्लोक प्रो० सूरज प्रसाद सिंह की 102वीं जयंती भव्य रूप से मनाई गयी। कार्यक्रम का उद्घाटन पटना विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ० लक्ष्मी नारायण सिंह तथा बख्तियारपुर के युवा समाजसेवी पवन कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। सभा की अध्यक्षता कुशल वक्ता व प्रतिभा के धनी प्रो० डॉ० राजीव रंजन ने किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मगही अकादमी के पूर्व अध्यक्ष उदय शंकर शर्मा उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन संभावना सुरभि मासिक पत्रिका के संपादक तथा जयंती समारोह के संयोजक पूर्व प्राचार्य प्रो० साधु शरण सिंह सुमन ने किया। जयंती समारोह के अवसर पर खचाखच भरी युवकों की भीड़ को संबोधित करते हुए मुखी अतिथि प्रो० डॉ० लक्ष्मी नारायण सिंह ने कहा कि सूरज बाबू का व्यक्तित्व और विचार काफी सरल था। उन्होने एक अच्छे साहित्यकार और समाजसेवी के रूप में अपने आप को स्थापित किया था। उन्होने अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज के उत्थान में अभूतपूर्व योगदान दिया। उनके काल में बाढ़ के शैक्षणिक संस्थानों का विस्तार किया गया। उन्होने कई किताबों एवं ग्रंथों की रचना की। इस अवसर पर पहुंचे नुनुवती जगदेव सिंह कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ० वर्मा जी के बांसुरी वादन ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिये। अंत में राष्ट्रगान के साथ तथा कॉलेज के एनसीसी अफसर अनुज कुमार के धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही कार्यक्रम का समापन हुआ।