पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ के प्रखंड कार्यालय के नाको तले करीब 6 वर्ष पूर्व से बन रहे मनरेगा भवन आज भी आधा अधूरा पड़ा हुआ है। जानकारों के मुताबिक राशि की अधिकांशत निकासी कर ली गई है और संवेदक के द्वारा योजना को छोड़ दिया गया है। सवाल उठता है कि निश्चित समय में भवन को बनकर तैयार हो जानी चाहिए थी, लेकिन अब मटेरियल का दाम बढ़ जाने के चलते उसी काम में लागत अधिक पड़ेगी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सरकार की उदासीन रवैये और निरीक्षण के अभाव में इस भवन के अधूरे भाग को आज तक पूरा नहीं किया गया, जबकि राशि की भी निकासी कर ली गई। मजे की बात है कि प्रखंड कार्यालय के परिसर में बंद है। इस भवन पर आज तक किसी अधिकारी ने संज्ञान नहीं लिया, जिसके चलते मनरेगा भवन दूसरे भवन मे संचालित हो रहा है। प्रखंड विकास पदाधिकारी बाढ़ से जब मामले पर बातचीत की गई, तो उन्होंने जानकारी लेने के बाद कुछ भी कहने की बात कही।