पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ के जगन्नाथन पार्क के टेंडर के विरोध में जगन्नाथन स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यापक सत्येंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में पूर्व प्रधानाध्यापक स्वर्गीय लक्ष्मी मिस्त्री के आवासीय परिसर में एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में शामिल सभी लोगों ने पार्क के टेंडर होने का विरोध जताया। जगन्नाथन स्कूल के पूर्व प्रधानाध्यापक सत्येंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि पार्क का जमीन जगन्नाथन हाई स्कूल का है। वह नगर परिषद का नही है। इसी मैदान के आधार पर जगन्नाथन स्कूल को 10+2 का दर्ज दिया गया था। आज पार्क के नाम पर नगर परिषद के द्वारा इस जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया है और बच्चों को आने जाने के लिए स्कूल के बच्चों से भी पैसे लिए जाते हैं। अब स्कूल के बच्चे परेड कहां करेंगे? उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल के प्राचार्य से भी किसी प्रकार का अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया गया है और यदि इस जमीन पर नगर परिषद या हुडको के द्वारा डेवलपमेंट का कार्य किया भी गया है, तो अधिकार जगन्नाथन स्कूल को सौंप देना चाहिए और नगर परिषद ने किस हिसाब से पार्क का टेंडर करने की घोषणा की है। किसी संस्था के जमीन का टेंडर करने का अधिकार नगर परिषद को नही है। वहीं बैठक में शामिल अन्य लोगों ने कहा कि जगन्नाथन स्कूल का यह मैदान बच्चों के खेलने के लिए था। उन्होंने कहा कि जिस विद्यालय का जमीन है उस विद्यालय के बच्चे भी बिना पैसे दिए हुए पार्क में नहीं जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि नगर परिषद का यह रवैया ठीक नही है। वहीं एक अन्य नागरिक ने कहा कि जब जगन्नाथन स्कूल का यह जमीन है, तो नगर परिषद् टेंडर कैसे कर सकता है। पार्क के लिए टेंडर प्रथा खत्म होनी चाहिए। बता दें कि नगर परिषद के द्वारा बाढ़ में लगने वाले मेले तथा होर्डिंग लगाने हेतु 16 अगस्त से 31 मार्च तक का टेंडर निकाला गया है उसी में जगन्नाथन पार्क का भी टेंडर के लिए निविदा निकाली गयी है, जिसकी न्यूतम राशि 3 लाख रखी गयी है। जिसका लोगों के द्वारा विरोध किया जा रहा है। बैठक में जगन्नाथन स्कूल प्रबंध समिति के सदस्य राजीव कुमार शर्मा, ध्रुवनारायण चतुर्वेदी, श्रवण कुमार ब्रह्मचारी, धीरेंद्र कुमार सिंह, दर्शन बिनोद शर्मा, रामचंद्र प्रसाद, बिट्टू कुमार, समाजसेविका कनकलता कुमारी, प्रेम कुमार अकेला सहित कई लोग शामिल हुए ।