बाढ़ के अगवानपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर (भागलपुर) तथा एग्रीकल्चर टेक्नोलॉजी मैनेजमेंट एजेंसी (आत्मा) तथा महिंद्रा कंपनी के सौजन्य से किसान मेला सह उद्यान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डीडीसी (उप विकास आयुक्त), पटना रिची पाण्डेय उपस्थित हुए। कार्यक्रम में आत्मा के पटना जोन निदेशक डॉ० अंजनी कुमार, परियोजना के अपर निदेशक धनंजय त्रिपाठी, वरीय वैज्ञानिक एवं कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान डॉ० कुमारी शारदा भी उपस्थित थे।
मेले में कई प्रकार के कृषि से संबंधित पेड़-पौधे, फल-सब्जियां, कीटनाशक दवाइयां आदि की प्रदर्शनी लगाई गई तथा मेले में आने वाले कृषकों को विभिन्न तरह के कृषि से संबंधित सुझाव दिए गए। मेले में आयोजित कार्यक्रम में अगवानपुर कृषि विज्ञान केंद्र के 4 कृषि वैज्ञानिकों को कृषि क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया, जिनमें से वरीय वैज्ञानिक डॉ० कुमारी शारदा, वैज्ञानिक डॉ० मृणाल वर्मा, प्रसार शिक्षा वैज्ञानिक डॉ० विष्णु देव सिंह तथा मृदा विज्ञान के वैज्ञानिक राजीव कुमार एवं कृषि विज्ञान केंद्र में रजिस्ट्रार जयंत प्रसाद शामिल हैं।
किसान मेला तथा उद्यान प्रदर्शनी की विशेषता बतलाते हुए उपविकास आयुक्त रिची पांडेय ने कहा कि पटना जिला के विभिन्न प्रखंडो से आये कृषकों से कृषि वैज्ञानिकों के बीच वार्तालाप हुई। उन्होंने अपने सुझाव कृषकों से साझा किए ताकि किसान कृषि से संबंधित आगे की रणनीति बना सके और वे अपने कृषि उत्पादकता को बढ़ा सके। प्रदर्शनी के आयोजन में डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से और अधिक जानकारी देने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे किसान अधिक से अधिक लाभान्वित हो सके। ड्रोन मशीन से संबंधित एक प्रश्न के जवाब में कहा कि यह एक नीतिगत निर्णय है और इसपर चर्चा की जा रही है।
जैसे ही कोई निर्णय होता है तो उसकी सूचना दे दी जाएगी। प्रदर्शनी में कई काउंटर पर कीटनाशक दवाइयों के कंपनी के विशेषज्ञ अपनी दवाइयों की विशेषताओं के बारे में भी लोगों को बतला रहे थे।
विदित हो कि कृषि विज्ञान केंद्र में आत्मा एवं जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम, कृषि विज्ञान केंद्र बाढ़, पटना के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय किसान मेला सह उद्यान प्रदर्शनी 2022 का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर हज़ारों की संख्या में किसान उपस्थित हुए तथा प्रदर्शनी से लाभ उठाया।