सुपौल के बकौर और मधुबनी जिले के भेजा के बीच बन रहे पुल के तीन गार्डर शुक्रवार सुबह गिर गए। इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है। 15 से 20 मजदूर घायल हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि 30 से ज्यादा मजदूरों के दबे होने की आशंका है।
बताया जा रहा है कि पुल का एक हिस्सा कोसी नदी में गिर गया है। गोपालपुरसिरे पंचायत मुखिया के पति सुरेंद्र का कहना है कि हेड मैनेजर को पहले भी कहा गया था कि पुल की क्वालिटी में कमी है। हम इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन हमें पुलिस से धमकी दिलाई जा रही थी।
यह देश का सबसे लंबा पुल यह देश का सबसे लंबा पुल बन रहा है, जो केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की ओर से 1200 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है। इसकी लंबाई 10.2 किलोमीटर से ज्यादा है। एप्रोच रोड मिलाकर पुल की कुल लंबाई 13.3 किलोमीटर होगी। पुल का निर्माण 2023 तक पूरा होना था, लेकिन कोरोना और बाढ़ के कारण पुल निर्माण का समय बढ़ गया।
यह पुल बनने से सुपौल से मधुबनी की दूरी 30 किलोमीटर होगी कम
यह पुलि भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। इस पुल के निर्माण के बाद सुपौल से मधुबनी की दूरी 30 किलोमीटर कम हो जाएगी। इस परियोजना की कुल लागत 1199.58 करोड़ रुपए है, जिसमें 1101.99 करोड़ रुपए का सिविल कार्य शामिल है।
4 जून 2023 को भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा पुल गिरा था
बिहार के भागलपुर में गंगा पर बन रहा सुल्तानगंज-अगुवानी फोरलेन पुल भी पिछले साल जून में गिरा था। नदी में पिलर संख्या 9-13 के बीच बना पुल का सुपर स्ट्रक्चर भर भरा कर गिर गया। पुल का 80 फीसदी काम पूरा हो चुका था। इसकी लागत 1710 करोड़ रुपए थी।
2014 में नीतीश कुमार ने इस पुल का शिलान्यास किया था। पुल को 2019 में तैयार हो जाना था, लेकिन 2019 से अब तक 8 बार इसके उद्घाटन की डेडलाइन बढ़ाई गई। इससे पहले अप्रैल 2022 में पुल के पिलर नंबर-5 का सेगमेंट गिरा था। तब इसकी वजह आंधी-तूफान को बताया गया था।