बाढ़। “राम का जन्म इस धरा धाम पर हुआ उसके पीछे सबसे बड़ा कारण था अनीति अन्याय और साधु समाज को कष्ट देने वाले रावणी भाव से मुक्ति का वातावरण बनाना। राम का चरित्र अत्यंत पवित्र और भक्तवत्सल है। राम जी निर्बल के रक्षक और सताए हुए लोगों के एकमात्र सहारे हैं। इन्हें अन्न-धन नहीं, बल्कि केवल भक्ति चाहिए। खुद ही राम जी कहते हैं- “निर्मल मन जन सो मोहि पावा। मोहि कपट छल छिद्र न भावा॥” अर्थात जो निर्मल हृदय का आदमी है, जिसके अंदर कोई कपट नहीं है, वह मुझे आसानी से पा सकता है। संत जय राम जी महाराज राम कथा के अच्छे गायक और कथाकार हैं, जो कि नि:शुल्क राम की कथा की गंगा बहा रहे हैं। वास्तव में यह एक बड़ी सेवा है ।मैं आज इस मंच से अपने पंचायत की जनता से अपील करूंगा की हमेशा राम के आदर्श को अपनाना चाहिए और किसी भी तरह की कष्ट कठिनाई में भगवान पर जरूर भरोसा करना चाहिए ।मैं यहां की जनता के हित के लिए हर तरह के संघर्ष हेतु तैयार हूं । आज बाबा दुखहरण नाथ महादेव मंदिर हम सब लोगों को आशीर्वाद दे रहा है कि हम सेवा की अपनी धारा से जनता को अधिक से अधिक सहयोग सहायता पहुंचाने का कार्य करते रहें।“
उपरोक्त विचार बाबा दुखहरण नाथ मंदिर अथमलगोला इंग्लिश में चल रहे संगीत में श्री राम कथा के तीसरे दिन रामनगर करारी कछार पंचायत के युवा मुखिया जय प्रकाश राय ने व्यक्त किया। कथा के पूर्व उन्होंने मुख्य माल्यार्पण करके संत जय राम जी महाराज का स्वागत किया ग्रामीणों ने अपने युवा मुखिया जयप्रकाश जी को फूल माला गमछा और शॉल समर्पित कर सम्मान किया। कथा का मंच संचालन करते हुए संभावना सुरभि राष्ट्रीय मासिक पत्रिका के संपादक प्रोफ़ेसर साधु शरण सिंह सुमन ने मुखिया जयप्रकाश जी के जन सेवा के क्षेत्र में किए जा रहे अनेक कामों की चर्चा की तथा उन्हें मजबूती से न्याय के लिए लड़ाई लड़ने हेतु शुभकामना प्रकट की। इस अवसर पर स्वागत भाषण करते हुए गोपी कृष्ण आश्रम तिनपैया के व्यास सुधीर कुमार ने जय राम जी महाराज की गायन शैली और कथा वाचन शैली की प्रशंसा की एवं राम नाम की महत्ता बताइए। इस अवसर पर युवा समाजसेवी रवि सिंह चौहान तथा भारत विकास परिषद बाढ़ के अध्यक्ष सतेंद्र प्रसाद सिंह ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में अशोक राय मुख्य जजमान विशुद्धानंद जी वेद प्रकाश शर्मा अध्यक्ष वैद्य श्री मृत्युंजय सिंह सैकड़ों ग्रामीण नर नारीउपस्थित थे।