पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। राष्ट्रीय जनता दल की नवनियुक्त जिलाध्यक्ष नमिता नीरज सिंह के द्वारा बाढ़ स्टेशन रोड स्थित एलआईसी भवन के सभागार में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें मीडिया के द्वारा पूछे गए तीखे सवालों का नई जिलाध्यक्ष नमिता नीरज सिंह सधे अंदाज में जवाब देती नजर आई। इस अवसर पर राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं वरिष्ठ राजद नेता महेश प्रसाद सिंह, प्रोफेसर देवेंद्र प्रसाद सिंह, राजद के जिला प्रधान महासचिव पंकज कुमार धीरज, राजद के जिला प्रवक्ता मिथलेश यादव, प्रखंड अध्यक्ष आलोक कुमार सिंह सहित राजद के सैंकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रेस वार्ता करते हुए पत्रकारों के कई प्रश्नों का जवाब देते हुए नमिता नीरज ने कहा कि पार्टी के द्वारा मुझपर विश्वास किया गया है। राजद संगठन को जिलास्तर पर मजबूत करने का प्रयास करूंगी। आनंद मोहन की रिहाई पर भी प्रश्न पूछे गए। उन्होंने कहा कि पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई कानूनी प्रक्रिया के तहत की गई है, जो कि न्यायोचित है और उनकी रिहाई के बाद उनके समर्थकों में खुशी है। यह पूछे जाने पर कि आनंद मोहन की रिहाई होने से क्या राजद को फायदा मिलेगा? उन्होंने कहा कि रिहाई में फायदे या नुकसान की बात नहीं होती। जब उन्हें एक प्रक्रिया के तहत जेल से रिहा किया गया है, तो उसमें फायदा और नुकसान की बात कहां? एक प्रश्न में जवाब में कि भाजपा तो इसे गलत करार दे रही है कि पुराने अपराधी को फिर से छोड़ा जा रहा है? उन्होंने बताया कि भाजपा का काम ही है दूसरों पर आरोप लगाना। यदि यही उनके पार्टी में होते, तो सब कुछ सही होता। भाजपा में जाने के बाद सारे पाप धुल जाते हैं, लेकिन उसी शख्स को दूसरे पार्टी में अपराधी बताने से नही चूकते। वहीं एक प्रश्न के जवाब में कि भाजपा तथा जदयू ने बाढ़ में अतिपिछड़ा समाज से जिलाध्यक्ष चुना है, लेकिन राजद ने सामान्य वर्ग से जिलाध्यक्ष को बनाया है। तो क्या इसका चुनाव के दृष्टिकोण से कोई प्रभाव पड़ेगा?
इस बात का जवाब देते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष महेश सिंह ने कहा कि नमिता नीरज सिंह जनसंख्या की आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है। वहीं दूसरी बात कि हमारी पार्टी के राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वर्तमान नेतृत्व तेजस्वी यादव जी इस बार पार्टी को ए-टू-जेड की पार्टी के दृष्टिकोण से देख रहे हैं। इसलिए सामाजिक न्याय को साथ लेकर चलना उनका मुख्य उद्देश्य है। इसलिए जेनरल को जिलाध्यक्ष बनाने से फायदा जरूर होगा। एक तो ये आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती है, दूसरा जिस समाज से ये आती हैं, उनका भी समर्थन हमे मिलेगा। बाढ़ में राजद सभी पार्टियों से मजबूत स्थिति में है। राजद के कार्यकर्ता किस तरह से जमीनी स्तर पर काम करते हैं, इसे देखकर दुसरे पार्टियों को सीखने की जरूरत है।