पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। सरस्वती पूजा समाप्त होते ही मूर्ति विसर्जन का दौर शुरू हो चुका है। स्थानीय लोगों के द्वारा बाढ़ में गंगा नदी में मूर्ति विसर्जन किया गया है और अभी भी विसर्जन का काम जारी है। मूर्ति विसर्जन के उपरांत गंगा नदी में मूर्ति की मिट्टी घुलकर नीचे चली जाती है जबकि पुआल और रस्सी इत्यादि जल की सतह पर जमा हो जाता है और तैरते रहता है। जिससे गंगा का पानी गंदा हो रहा है।
गंगा स्वच्छ मिशन के लिए नमामि गंगे योजना के तहत सरकार के द्वारा गंगा के जल को स्वच्छ एवं शुद्ध रखने की बात कही जाती है, लेकिन धरातल पर गंगा दिन-प्रतिदिन मैली ही होती जा रही है । हालांकि इस बाबत जब नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से बातचीत की गई तो उन्होंने गंगा नदी के जल स्तर पर जमा हुए गंदगी को साफ करने की बात कही। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों में जागरूकता की कमी के कारण ऐसा देखने को मिलता है।