बाढ़। बाढ़ नगर परिषद क्षेत्र के जगन्नाथन हाई स्कूल के पास एसटीपी के लिए पाइप लाइन का चैम्बर बनाया जा रहा है। नाले का गंदे पानी का उपचार के लिए बनाये जा रहे ये चैम्बर तो वैसे एक सराहनीय कार्य है लेकिन यही यदि आम पब्लिक के लिए मौत का कुआँ के रूप में कायम रहे तो कितनी दिक्कत हो सकती है । इसका अंदाज़ा क्या तब लगाया जा सकता जब कोई व्यक्ति इसमें दुर्घटनाग्रस्त हो जाय?स्थानीय लोगों का कहना है कि काफ़ी दिनों से कार्य बंद है और गड्ढे बनाकर छोड़ दिया गया है। 16 फरवरी को माघी पूर्णिमा का मेला लगता है । इस मेले में लाखों की भीड़ आती है। ऐसे में बाहर से आने वाले लोग एक दिन पहले शाम से ही आना शुरू कर देते हैं जो देर रात तक आते रहते हैं लोगों का तांता लगा रहता है। न जाने कितने लोग इस चैम्बर के लिए बने गढ्ढे का शिकार हो जाएंगे कहना मुश्किल है। इस बात का भान न तो अभी तक प्रशासन को है न ही एसटीपी प्लांट के कर्ता-धर्ता को। अगर जल्द से जल्द गढ्ढे को भरा नहीं गया तो दुर्घटना निश्चित है।
ताज़्जुब की बात ये है कि गढ्ढे के चारों तरफ न तो घेरा लगाया गया है न कोई खतरे का निशान है। रात में बाहर से मेले में आनेवाले लोगों को दिखाई भी नहीं देगा और हादसा हो सकता है। प्रशासन को संज्ञान में लेते हुए इस चैम्बर का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करा कर लोगों को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने की कोशिश करनी चाहिए।