बाढ़ में पिछले कई दिनों से हाड़ कंपा देने वाली शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी है। गंगा के तट पर यह शहर स्थित होने के कारण एवं विरल जनसंख्या होने के कारण तापमान का स्तर काफी निम्न होता है। ऐसे में यहां रहने वाली गरीब निरीह एवं असहाय जनता ठिठुर ठिठुर कर अपना समय काट रहे है। ठंड से राहत के लिए कोई प्लास्टिक, कागज जलाता है तथा कोई टायर जलाता है, जिससे पर्यावरण में प्रदूषण का भी खतरा बना रहता है। ऐसी स्थिति में बाढ़ अनुमंडल प्रशासन तथा नगर प्रशासन की ओर से अभी तक अलाव की व्यवस्था नही की गई है। भाजपा महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष प्रीति रानी ने बाढ़ प्रशासन से ठंड से राहत दिलाने के लिए निरीह एवं असहाय लोगों के लिए अलाव की व्यवस्था जल्द से जल्द करने की मांग की है। प्रीति रानी ने कहा कि सरकार के द्वारा अलाव के लिए हर साल व्यवस्था की जाती है लेकिन इस बार व्यवस्था में कमी देखी जा रही है। हालांकि हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड में जगह-जगह गरीबों एवं असहायों के बीच गणमान्य लोगों के द्वारा कम्बल वितरण का कार्य भी किया गया है। फिर भी बाढ़ शहर के सार्वजनिक स्थानों पर, चौक-चौराहों पर प्रशासन के द्वारा अलाव की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि लोगों को ठंड एवं शीतलहर से राहत मिल सके।