बाढ़। बुधवार को बाढ़ के सैयद नेहाल अहसन इवनिंग महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के द्वारा वेतन भुगतान को लेकर महाविद्यालय के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर दिया गया। शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का आरोप है कि महाविद्यालय प्रबंधन के द्वारा पिछले कई वर्षों से शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का आर्थिक, मानसिक और शारीरिक शोषण किया जा रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि 2 वर्षों से हम लोगों को सिर्फ ₹2000 से ₹3000 वेतन के मद में भुगतान कर ठगा जा रहा है। वह वेतन भी पिछले 3 महीनों से नहीं दिया गया है। यहां के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी दर दर की ठोकर खा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कूल आंतरिक आय का 70 प्रतिशत राशि कर्मचारियों के वेतन के रूप में भुगतान करने का प्रावधान है, लेकिन महाविद्यालय में आने वाली सारी राशि प्रबंधन के द्वारा हड़प ली जाती है। शिक्षकों ने बताया कि महाविद्यालय में प्रतिवर्ष डेढ़ से दो करोड़ रुपये की आय होती है जबकि सरकार और विश्वविद्यालय का आदेश है की आंतरिक आय का 70% राशि शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के वेतन पर खर्च किया जाए। अतः कर्मचारियों द्वारा सरकार एवं विश्वविद्यालय के निर्देशानुसार महाविद्यालय प्रबंधन से वेतन भुगतान की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस बाबत प्रबंधन से कई बार लिखित निवेदन भी किया गया और कई बार शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल प्राचार्य से बात भी की लेकिन वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकल सका। मजबूरन कर्मचारियों द्वारा 2 महीने से महाविद्यालय में आना जाना तो करते हैं लेकिन काम बंद है। कर्मचारियों ने कहा जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है, तब तक हम इस तरह के आंदोलन करते रहेंगे और प्रबंधन की तानाशाही और शोषण करने की मानसिकता के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे।