पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ के अजगरा बकावां पंचायत के सीरसी गांव के लोग करीब 5 साल से पीडीएस का अनाज उठाने के नाम पर काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं। हालात यह है कि पंचायत के कई वृद्ध और लाचार व्यक्ति ऐसे भी हैं, जिन्हें महज एक या फिर दो यूनिट अनाज उठाने के लिए बकावां गांव 5 किलोमीटर जाना और 5 किलोमीटर आना पड़ता है और जब दुकान पर लाभुक पहुंचते हैं, तो कई बार उन्हें दुकान बंद होने के चलते वापस भी लौटना पड़ता है। इस दौरान थक-हारकर लोग कई बार अनाज उठाना मुनासिब नहीं समझते हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में पैक्स का जन वितरण दुकान था और हम लोगों को समय पर सुविधा मुताबिक अनाज मिल जाता था, लेकिन वर्ष 2016 में जानबूझकर साजिश के तहत गांव के ही कुछ लोग के द्वारा राजनीति के चलते दुकान को कैंसिल करवा दिया गया, जिसके चलते हम लोगों को यह समस्या भुगतनी पड़ रही है। मामले पर जब विभाग के पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कुंदन कुमार नामक पैक्स अध्यक्ष का दुकान कालाबाजारी के नाम पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद निलंबित किया गया था। कई बार पीड़ित दुकानदार के द्वारा उसे पुनः वापस करवाने का प्रयास भी किया गया, लेकिन नहीं हो पाया।
जब पीड़ित दुकानदार कुंदन कुमार से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि तत्कालीन एसडीओ के द्वारा विभाग से मंतव्य मांगने की बात को लेकर आज तक मामला अटका हुआ है। मेरे द्वारा कालाबाजारी नहीं की गई थी। जांच के दौरान हमारे दुकान पर 13 बोरा चावल और 9 बोरा गेहूं अधिक पाया गया था। फिर भी हम पर जबरन कालाबाजारी का आरोप लगा। ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए अब मैं माननीय उच्च न्यायालय के समक्ष अपना फरियाद रखूंगा।