पटना: तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों से कथित भेदभाव मामले में झूठा वीडियो वायरल करने के आरोपी मनीष कश्यप ने बिहार पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया है. शनिवार को इसकी जानकारी बिहार पुलिस ने ट्वीट कर दी है.
यूट्यूबर ने बेतिया के जगदीशपुर थाना में आत्मसमर्पण किया है. बिहार पुलिस ने पहले ही उनकी कुर्की जब्त करने के आदेश जारी किए थे. कई बार पूछताछ के लिए समन जारी होने के बाद भी वो पुलिस के सामने नहीं आ रहे थे.
बिहार पुलिस ने किया ट्वीट
ट्वीट में बिहार पुलिस ने लिखा है कि तमिलनाडु में कामकाजी बिहार के निवासियों के लिए असत्य भ्रामक और उन्माद फैलाने वाले वीडियो को प्रसारित करने और आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 3/ 23 तथा 4 / 23 के अभियुक्त मनीष कश्यप ने बिहार पुलिस और ईओयू की दबिश के कारण बेतिया के जगदीशपुर थाना में आत्मसमर्पण किया.
मनीष कश्यप के घर कुर्की जब्ती होने वाली थी जिसके पहले ही उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर लिया. फर्जी वीडियो के मामले में मनीष कश्यप के ऊपर आर्थिक अपराध इकाई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बुधवार को आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 03 /23 के प्राथमिकी अभियुक्त मनीष कश्यप और युवराज सिंह राजपूत के विरुद्ध गिरफ्तारी के लिए वारंट प्राप्त किया था. इसके पहले दोनों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया था. मनीष कश्यप के घर कुर्की जब्ती का आदेश भी दिया गया था. कुर्की जब्ती के पहले ही मनीष कश्यप ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया.
बता दें कि इसके पहले ईओयू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मनीष कश्यप के बैंक खातों को फ्रीज भी कराया था. मनीष कश्यप के विरुद्ध वित्तीय अनियमितता के सबूत भी मिले इस पर जांच चल रही है. मनीष कश्यप बेतिया के रहने वाले हैं. उनके ऊपर सात केस हैं जिसमे पांच केस में चार्जशीटेड हैं. वहीं एक केस में उन्हें जमानत मिली हुई है. पुलिस कई दिनों से गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही थी जिसके बाद मनीष कश्यप ने संभवत कुर्की जब्ती की वजह से आज आत्मसमर्पण किया है.