NTPC में राजभाषा पखवाड़ा -2024 का समापन सह पुरस्कार समारोह धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। इस पखवाड़े में कुल 14 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिनमें कविता पाठ, श्रुति लेखन, नारा लेखन, निबंध लेखन, वर्तनी, और हिंदी भाषा ज्ञान के प्रतियोगिताएं शामिल थीं। इन कार्यक्रमों में NTPC कर्मचारी, उनके परिवार, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के कर्मी, ओजस नगर की महिलाएं, और नोट्रे डेम स्कूल के बच्चे शामिल हुए। इस समारोह के मुख्य अतिथि बाढ़ क्षेत्र के प्रसिद्ध कवि और गीतकार श्री हेमंत कुमार थे। कार्यक्रम में महाप्रबंधक (प्रचालन एवम अनुरक्षण) सह प्रभारी परियोजना प्रमुख, श्री अमिताभ भौमिकः महाप्रबंधक (अनुरक्षण) श्री श्रीकांत केरहालकर और महाप्रबंधक (परियोजना) श्री सुरजीत बहादुर महोदय भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम के दौरान श्री अमिताभ भौमिक द्वारा श्री हेमंत कुमार का अंगवस्त्र भेंट करके स्वागत किया, वहीं श्री केरहालकर महोदय के द्वारा उन्हें पुष्प गुच्छ से सम्मानित किया गया एवं श्री सुरजीत बहादुर महोदय द्वारा हिंदी पुस्तक भेंट कर अभिवादन किया गया। अभिवादन के कड़ी में ही उपमहाप्रबंधक (मानव संसाधन) श्री अजय कुमार ने, श्री अमिताभ भौमिक महोदय एवं श्री सुरजीत बहादुर महोदय का और श्री प्रशांक चंद्रा वरिष्ठ प्रबंधक (मानव संसाधन) ने महाप्रबंधक (अनुरक्षण) श्री श्रीकांत केरहालकर महोदय का स्वागत पुष्प गुच्छ से किया।
गणमान्य अतिथियों के स्वागत के बाद एनटीपीसी गीत का गायन हुआ। एनटीपीसी गीत गायन के दौरान ही यह आह्वान भी किया गया की सभी एनटीपीसी कर्मी मन में दीप प्रज्वलित कर यह प्रण करें कि जिस तरह वे एनटीपीसी को विश्व के अग्रणी विद्युत कंपनी बनाने के लिए प्रयत्नशील हैं, उसी तरह से हिंदी को भी अपने कार्यक्षेत्र में प्रधानता देंगे। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पधारे साहित्यकार श्री हेमंत कुमार जी ने अपने शानदार भाषण, हिंदी कविता पाठ और गीतों से सभी का मन मोह लिया।
इसके बाद पुरस्कार वितरण का क्रम शुरू हुआ। इन प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय के लिए अमेजन का का उपहार कूपन क्रमशः ₹1800/- ₹1500/-₹1400/- एवं दो सांत्वना पुरस्कार के लिए प्रत्येक विजेता को ₹1000/- दिए जाने की घोषणा की गई एवं सभी प्रतिभागियों को हिंदी की एक पुस्तक भेंट की गई ।
इस अवसर पर स्कूली बच्चों की “कविता प्रतियोगिता” के विजेताओं ने अपनी कविताएं प्रस्तुत कीं, जिनमें किंजल कुमारी और पिनाकपाजी चटर्जी की कविताओं ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पुरस्कार वितरण के पश्चात निर्णायकगण के रूप में अपर महाप्रबंधक (एफ. क्यू.ए) श्री विनोद कुमार एवं नोट्रे डेम विद्यालय की शिक्षिकाओं श्रीमती शबनम, और श्रीमती बबली को स्मृति चिह्न एवं एक हिंदी की पुस्तक के साथ सम्मानित किया गया। इस अवसर पर प्रभारी परियोजना प्रमुख श्री अमिताभ भौमिक महोदय ने सभी को अपने कार्य व्यवहार में हिंदी को प्रधानता देने का अनुरोध किया वहीं श्री केरहालकर ने सभी से हिंदी में काम करने का आग्रह किया, जबकि श्री सुरजीत बहादुर महोदय ने मधुशाला की कुछ पंक्तियाँ सुनाकर समां बांध दिया।