स्मृति शेष तबस्सुम: जिनकी खनकती हंसी सदा बसी रहेगी यादों में
आज 60 के करीब पहुंच रहा ऐसा शायद ही कोई व्यक्ति हो, जिसके नास्टेल्जिया में तबस्सुम का गोल गदबदा सजा संवरा चेहरा, खनकती हुई हंसी और आत्मीय आवाज नहीं हो।…
आज 60 के करीब पहुंच रहा ऐसा शायद ही कोई व्यक्ति हो, जिसके नास्टेल्जिया में तबस्सुम का गोल गदबदा सजा संवरा चेहरा, खनकती हुई हंसी और आत्मीय आवाज नहीं हो।…