Tag: KD pandit articles

त्योहार नहीं, लोगों के व्यवहार बदल गए

हमारे देश में जितने भी पर्व त्यौहार हैं, वह हमारी पारंपरिक संस्कृति और मानवीय मूल्यों को बरकरार रखने के लिए बने हैं। प्रत्येक पर्व त्योहारों की अपनी-अपनी विशेषताएं होती है…

दिशाहीन युवा: देश के लिए घातक

युवा देश के भविष्य का कर्णधार हैं समुन्नत और स्वस्थ भारत की स्थापना के सपने को हमारी युवा पीढ़ी ही साकार कर सकती है। एक नवीनतम सर्वेक्षण के अनुसार भारत…

उपभोक्ताओं के अधिकार बनाम संरक्षण

उपभोक्ताओं के विभिन्न प्रकार के हितों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वर्ष 15 मार्च को उपभोक्ता अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। उपभोक्ताओं के हितों और अधिकारों…

मानवता का गला घोंटते कुछ लोग !

सामान्यतः सभी धर्मों में मानव धर्म के ही मूल तत्व छिपे होते हैं। मानव धर्म अलग नहीं बल्कि सभी धर्मों का योग है। प्रेम , दया , क्षमा, सहिष्णुता, सहयोग,…

ख़ामोश रातें

शाम छः बजते ही दुकानदार जल्दी-जल्दी अपनी दुकानों के शटर बंद करने लगते हैं, ऑटो चालक कहते हैं साहब जल्दी करो, छः बज चुके हैं, हमे गाड़ी शेड में लगानी…

वर्तमान समाज में शिक्षकों की प्रासंगिकता के बावजूद सम्मान में कमी

वर्तमान समय में मोबाइल और इंटरनेट सुविधा के चकाचौंध में जिस प्रकार से छात्र-छात्राओं में वास्तविक उद्देश्यों को पूरा करने के विपरीत भटकाव की स्थिति उत्पन्न हुई है, वैसे में…

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