बाढ़ में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री पूजा में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। जगह-जगह वटवृक्ष के पास महिलाओं ने पूजा और अर्चना करने का काम किया है ऐसा माना जाता है कि वट सावित्री पूजा अपने सुहाग की रक्षा एवं लंबी आयु के लिए किए जाने के साथ-साथ इस पूजा में अपने पुत्र की भी भविष्य की बेहतर कामना की जाती है पुरोहित ने बताया कि आज के वट सावित्री पूजा का विशेष महत्व इसलिए है कि आज सोमवती अमावस्या भी है जिसमें इस पूजा का महत्व और विशेष बढ़ जाता है कथा है कि सावित्री के पति सत्यवान के मृत्यु हो जाने के बावजूद भी सावित्री ने यमराज से लड़के अपने पति को जिंदा होने का वरदान हासिल कर लिया था तब से महिलाएं यह पूजा करती है और अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना करती है आज के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है जिसके करने से सुख शांति और समृद्धि का भी लाभ होता है बाढ़ के अलखनाथ पोस्ट ऑफिस घाट वाराणसी घाट उमानाथ सहित कई गंगा घाटों के पास वटवृक्ष के नीचे भारी संख्या में महिलाओं की भीड़ देखी गई जहां पर महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए पूजा अर्चना करते नजर आए इस दौरान महिलाएं सोलह सिंगार करने के बाद अपने पति के लिए व्रत रखने का काम किया/

By LNB-9

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