बाढ़। बाढ़ शिक्षा विभाग के द्वारा हाल के दिनों से हर प्राथमिक और मध्य विद्यालय के मध्याह्न भोजन योजना की सामग्री अब विद्यालय के प्रधानाध्यापक नही खरीदेंगे, बल्कि मध्याह्न भोजन योजना में उपयोग होने वाले सामग्री को प्रखंड के एमडीएम वेंडर के माध्यम से विद्यालय तक पहुंचाया जाएगा। यह व्यवस्था सरकार के द्वारा कर तो दी गयी है, लेकिन सामग्री के बाजार रेट और सरकार के द्वारा तय किये गए रेट में काफी अंतर है।

सरकार के द्वारा एमडीएम योजना में उपलब्ध होने वाली सामग्री के लिए बहुत ही कम रेट लगाया गया है। जबकि बाजार में वह सामग्री अधिक रेट में मिलता है। ऐसी स्थिति में वेंडर स्कूलों में घटिया सामग्री उपलब्ध कराने पर मजबूर हैं, जिसका सीधा असर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की सेहत पर पड़ेगा।

उदाहरण के लिए बाजार में सरसों का तेल 200 से ₹220 प्रति लीटर बिक रहा है, जबकि सरकार द्वारा तय रेट ₹140 प्रति लीटर है। वहीं खुले बाजार में मिक्स दाल का रेट ₹100 प्रति किलोग्राम के आसपास है, जबकि सरकार के द्वारा दाल का रेट ₹70 प्रति किलोग्राम तय किया गया है।

ऐसी स्थिति में वेंडर के द्वारा मजबूरीवश घटिया सामग्री खरीद कर विद्यालय को मुहैया कराया जा रहा है, जिससे एमडीएम योजना के अंतर्गत लाभ उठाने वाले बच्चों पर बुरा असर देखने को मिलेगा। वेंडर ने सरकार की इस प्रकार की नीति पर चिंता व्यक्त की है तथा सामग्री के लिए उचित रेट तय करने की मांग की है।

By LNB-9

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