बाढ़ के बेलछी प्रखंड के जोधन बिगहा गांव के पास गुरुवार के दिन ग्रामीणों ने जल संसाधन विभाग के द्वारा कराए जा रहे नदी उड़ाही के काम पर सवाल उठाते हुए जमकर हंगामा किया और नारेबाजी की। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पंचाने नदी कि उड़ाही का आदेश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिया है और जिलाधिकारी के दिशा-निर्देश में हो रहा है, लेकिन यहां सड़क के उस पार नालंदा जिला पड़ता है और इस बार पटना जिला ग्रामीणों का आरोप है कि नालंदा जिला के चौरिया पंचायत अंतर्गत भथीयार गांव के लोग ने अतिक्रमण करते हुए नदी के जमीन पर मकान बना लिया है, जिसके चलते नदी नाला जैसी हो गई है।
सरकार ने जब नदी किनारे अतिक्रमण हटाने का काम कर रही थी, तो जल संसाधन विभाग के ठेकेदार एवं मुंशी के द्वारा नालंदा जिला के लोगों के अतिक्रमण को बचाने के लिए पटना जिला के कोरारी गांव को जाने वाली सड़क को ही क्षति पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है, जिसका हम विरोध कर रहे हैं। जोधन बीघा गांव के पप्पू कुमार, सुधीर कुमार, जनार्दन यादव, कालूराम, रामेश्वर यादव, ओमप्रकाश, संजय कुमार, भागवत प्रसाद और रामदेव प्रसाद ने इसका कड़ा विरोध करते हुए सरकार से अविलंब मामले पर संज्ञान लेने को कहा है।
ग्रामीणों ने कुछ देर के लिए सड़क पर उतर कर हंगामा भी किया और नारेबाजी भी की। बेलछी प्रखंड के बीडीओ, सीओ, स्थानीय विधायक सहित ठेकेदार के खिलाफ जमकर मुर्दाबाद का नारा बुलंद किया। ग्रामीणों का कहना है कि गत साल भी हम लोग का सड़क नदी में बह गया था। सरकार ने फिर बनवाया है और इस बार फिर से सड़क किनारे की मिट्टी को जेसीबी और बुलडोजर से खींचा जा रहा है, जिसके चलते सड़क कमजोर हो जाएगी और बरसात के दिनों में हमारा सड़क एक बार फिर नदी में बह जाएगा। पिछले साल भी हम लोगों के फसल बर्बाद हुए थे और जिस तरीके से जल संसाधन विभाग मनमाने तरीके से काम करवा रही है। उससे इस बार भी सड़क पर जाने का खतरा है और फसल भी बर्बाद होगी।
ग्रामीणों ने मामले को लेकर बाढ़ एसडीओ से भी मिलने की बात कही है। इस बाबत जब बाढ़ के एसडीओ कुंदन कुमार से बात की गई, तो उन्होंने अंचलाधिकारी को कार्य स्थल के पास जाकर मामले का जायजा लेने की बात कही है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जो न्याय संगत होंगे और सरकार का जैसा दिशा-निर्देश होगा, उसी काम को कराया जाएगा, लेकिन इस तरह के कार्य को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। समय रहते सरकार को इस गंभीर समस्या पर ध्यान देने की मांग ग्रामीण करते नजर आए।