बाढ़। मोकामा थाना क्षेत्र के डॉक्टर टोली वार्ड नं०- 7 में 25 फरवरी को कुएं से मिली एक लाश से सनसनी फैल गयी। सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुँची और लाश को बरामद कर लिया। प्रथम दृष्टया लाश को देखने के बाद युवक की हत्या कर कुएं में फेंक देने का मामला लग रहा था। हत्या करने वाले शख्स ने बचने के लिए इस तरह की कहानी गढ़ी, जिससे कि वह पुलिस को चकमा दे सके, लेकिन अपराध करने वाला कहीं न कहीं गलती कर देता है, जिसके आधार पर पुलिस को हत्या की इस गुत्थी को सुलझाना आसान हो गया और मोकामा की पुलिस ने वरीय पदाधिकारी के निर्देशानुसार 24-36 घंटे के अंदर हत्याकांड का उद्भेदन कर दिया और हत्याकांड के आरोपी मृतक के पड़ोसी गुड्डू तांती को गिरफ़्तार कर जेल भेजने की कवायद शुरू कर दी है।
मृतक की पहचान करणदीप कुमार, पिता – मणिधर रजक, डॉक्टरटोली वार्ड नं० 7, थाना-मोकामा, जिला-पटना के रूप में की गई है। घटना के संदर्भ में मृतक की मां मिंटू देवी पति मणिधर रजक ने मोकामा थाना, जिला- पटना के द्वारा लिखित आवेदन दी गयी थी, जिसके आधार पर मोकामा थाना कांड संख्या 62/22, धारा-302/120 बी/34 के अंतर्गत कुल 6 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने गहराई से अनुसंधान किया, जिसमें पाया कि मृतक के पड़ोसी गुड्डू तांती उर्फ लोकेश कुमार के द्वारा ही हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है। उसने बताया कि मृतक करणदीप कुमार गुड्डू तांती की बेटी से प्रेम करता था जो बार-बार उससे मिलने के लिए उसके घर जाया करता था। एक दिन रात्रि में किसी के आने का आभास होने पर पुत्री का कमरा खोलवाकर देखा तो करणदीप कुमार को कमरे में पाकर काफी आक्रोशित हो गया और युवक को दूसरे कमरे में ले जाकर हाथ-पैर बांध दिया तथा गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
रात्रि के सुनसान में मृतक करणदीप कुमार के लाश को उठाकर कुएं में फेंक दिया गया। उसके बाद गुड्डू तांती ने पुलिस से बचने के लिए एक मनगढंत कहानी बनाई। उसने पहले तो अपनी बेटी को उसकी नानी के यहां पहुंचा दिया, उसके बाद यह अफ़वाह फैलाई कि करणदीप उसकी नाबालिग पुत्री को लेकर कहीं भाग गया है। यहीं उसने गलती की और पुलिस को सुराग मिल गया। पुलिस ने गुड्डू तांती को गिरफ्तार कर गहनता से पूछताछ की। पूछताछ के क्रम में उसने स्वीकार किया कि हत्या उसी ने की है। इस प्रकार मोकामा थाना की पुलिस ने थानाध्यक्ष राजनंदन के नेतृत्व में हत्याकांड का सफल उद्भेदन किया। वरीय पुलिस पदाधिकारी एएसपी अरविंद प्रताप सिंह ने छापामारी टीम में शामिल सभी पदाधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों की सराहना की है।