पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। बाढ़ में रक्षा बंधन का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। भाई बहन का पवित्र त्योहार रक्षा बंधन के अवसर पर आज बहनों ने अपने अपने भाइयों के कलाइयों पर राखियां बांधी। बहनों ने भाई के मस्तक पर तिलक लगाया तथा मिठाइयां खिलाई। उसके बाद आरती उतारी। बदले में भाइयों ने बहनों को तरह तरह के गिफ्ट दिए। इस मौके पर बहनों ने भाइयों की लम्बी उम्र की कामना की तथा भगवान से भाइयों की तरक्की के लिए प्रार्थना की। बदले में भाइयों ने सुख-दुःख में हमेशा साथ खड़े रहने का तथा रक्षा करने का वचन दिया। बता दें कि सनातन धर्म के आस्था के अनुसार यह त्योहार भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि जब बहादुर शाह जफर ने मेवाड़ पर आक्रमण करने का ऐलान किया था, तब मेवाड़ की रानी कर्णावती अपने मेवाड़ की रक्षा के लिए हुमायूं को राखी बांधी थी और हुमायूं ने उसकी रक्षा करने का वचन दिया था। वहीं द्रौपदी ने भगवान श्री कृष्ण को भी रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा का वचन लिया था, तभी भगवान श्री कृष्ण ने चीर हरण के समय उनकी साड़ी बढ़ाकर उनकी लाज बचाई थी। रक्षा बंधन का महत्व इतना खास है और इतना खास और पवित्र है कि इसे बांधने के बाद भाई बहन की रक्षा करने के लिए बाध्य हो जाता है, चाहे वह मुंहबोली बहन ही क्यों न हो। जब सिकंदर और पोरस में युद्ध हो रहा था, तो सिकंदर की पत्नी ने पोरस को जाकर राखी बांधी थी। यही कारण था कि पोरस ने सिकंदर को प्राणदान दे दिया था। रक्षा बंधन से संबंधित अनेकों कहानियां इतिहास तथा धर्म-शास्त्रों में वर्णित हैं।