बाढ़। नाम है आयुष्मान भारत, लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र में किसी को लंबी उम्र देने की तत्परता नहीं दिखाई देती है। बाढ़ प्रखण्ड के एकडंगा पंचायत में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का बुरा हाल है। स्थानीय लोगों ने बताया कि अक्सर यह स्वास्थ्य केंद्र बंद रहता है, जिसके चलते आस-पास के मरीजों को घोर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। लोगों की शिकायत है कि स्वास्थ्यकर्मी समय पर स्वास्थ्य केंद्र नहीं खोलते हैं।
इस दौरान यदि कोई बीमार हो जाता है या चिकित्सा कराना चाहता है तो उसे बाढ़ जाने की नौबत आ जाती है। हालांकि ग्रामीणो के द्वारा कई बार इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों से की गयी है, परंतु अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। बता दे कि बिहार सरकार स्वास्थ्य और चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कवायद शुरू कर चुकी है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में इसका प्रभाव देखने को नहीं मिल रहा है। चिकित्सा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों को शहर से गाँव तक की व्यवस्था पर निरीक्षण और निगरानी दोनों की आवश्यकता पर ध्यान देने की जरूरत है।