पटना जिला ब्यूरो, बाढ़। पंडारक प्रखंड के कोंदी पंचायत के किसान इन दिनों बिजली की आंख मिचौली से खासे परेशान है। किसानों को यह चिंता सताने लगी है कि खेतों में धान की पैदावार यदि प्रभावित हो गई, तो उनका पूंजी बेकार चला जाएगा। चिंता का कारण पर्याप्त मात्रा में वर्षा का नहीं होना है। इसलिए यहां के किसानों का एकमात्र सहारा बिजली का उपयोग कर बोरिंग के माध्यम से खेतों को पटाना रह गया है। स्थानीय किसान महेश प्रसाद ने बताया कि बिजली लगातार नही मिलने से यह समस्या उत्पन्न हुई है। बिजली आते ही पुनः चली जाती है और बोरिंग बंद हो जाता है, जिससे पटवन में काफी दिक्कतें आ रही है। धान के पौधे मुरझा रहे हैं और सूखे की चपेट में आने का खतरा मंडराने लगा है। गांव के बहुत से किसानों की घरेलू अर्थव्यवस्था धान की खेती पर ही निर्भर है। कोंदी पंचायत के मुखिया मनोज राम ने बताया कि हाल के कुछ दिनों में बिजली की स्थिति काफी दयनीय है। लगातार आधे घंटे तक ही बिजली रह पाती है और फिर चली जाती है। फिर आती है और फिर चली जाती है। इससे किसान और गांववाले दोनो परेशान है। चूकि बिजली के लगातार नही रहने से एक और जहां गांववालों को गर्मी की मार झेलनी पड़ती है, वहीं दूसरी ओर किसानों को बोरिंग से खेतों की सिंचाई करने में भी बाधा पहुंच रही है। अतः विद्युत विभाग एवं ऊर्जा मंत्रालय को नियमित विद्युत आपूर्ति की कोशिश करनी चाहिए।