Mokama : मोकामा के हाथीदह में राजेंद्र सेतु के समानांतर गंगा पर बनाए जा रहे नए रेल सेतु को लेकर किसान और रेलवे आमने सामने आ गए हैं। स्थानीय किसानों ने रेलवे पर आरोप लगाया है कि उनकी पुश्तैनी जमीन पर पुल निर्माण कंपनी के द्वारा आरपीएफ़ के सहयोग से जबरन कब्जा किया जा रहा है। जबकि रेलवे का कहना है कि यह जमीन रेलवे की है और इसके समर्थन में उन्होने एक नक्शा भी प्रस्तुत किया। हालांकि रेलवे के द्वारा नक्शे के समर्थन में कोई कागजात प्रस्तुत नहीं किया गया है। जमीन को लेकर किसानों और सेतु निर्माण कंपनियों के बीच विवाद बढ़ गया है। किसानों ने आरोप लगाया है कि उसकी फसल को जबरन रौंद दिया गया है और कब्ज़ा कर लिया गया है।
किसानों की मांग है कि रेलवे ने यह नक्शा कैसे बनाया, उसके कागजात किसानों को दिखाये जाये। वहीं किसानों का कहना है कि यह उनकी पुश्तैनी जमीन है, जिसपर दशकों से वे खेती करते आ रहें हैं। इसके समर्थन में किसानों ने कागजात भी दिखाये हैं, जिसे रेलवे के अधिकारी बलपूर्वक खारिज़ करने की कोशिश कर रहें है। वहीं मोकामा के अंचलाधिकारी ने रेलवे के नक्शे के समर्थन में उचित कागजात प्रस्तुत करने के आदेश दिये हैं और कहा है कि जब तक यह फैसला नहीं हो जाता है कि यह जमीन रेलवे की है या नहीं.. तब तक इस पर निर्माण कार्य को स्थगित रखा जाए।